A Project Of Rozgar world Assist By Public Contribution
लघु एवं कुटीर उद्योग के तहत महिला सशक्तिकरण एक ऐसा बिजनेस जो सभी को स्वरोजगार दें
  • स्थापना वर्ष - 2013
  • प्रधान कार्यालय : सैदपुर, बख्तियारपुर, पटना-803202 (बिहार)
  • Reged. of Bihar Government - S000657/2016-17
  • नीति आयोग भारत सरकार दिल्ली - BR/2019/0241659

सेन्टर संचालक -(सहयोग शुल्क 1050/-)

सेन्टर संचालक का काम और मानदेय -8000/ - (सिलाई मशीन का किराया सहित)

सिर्फ सिलाई मशीन वाले को ही सेन्टर दिया जाएगा। (लक्ष्य को पूरा करने वाले सेन्टर संचालक के लिए)

लगातार तीन महिना तक लक्ष्य को पुरा करने वाले रोजगार मित्र सेन्टर संचालक को 2500 वेतन बढ़ाया जायेगा।

काम की प्रक्रिया

  1. 10 लोगों को रोजगार देना अनिवार्य है।
  2. (5 सेन्टर खुलवाना, 2 सुपरवाईजर, 2 रोजगार मित्र, 1 सेन्टर मित्र)
  3. 15 बच्चों को सीखाना।

वेतन की प्रक्रिया

  1. 10 लोगों को रोजगार देने के लिए 5000/-

  2.     15 बच्चो को सीखाने के लिए 3000/-
                                कुल वेतन 8000/-

वेतन का प्रकार

  1. प्रति विद्यार्थी - 200/-
  2. प्रति रोजगार देने के लिए - 250/- (250 रूपया )
  3. बैंकिग खर्च -प्रति सेंटर 250/- रूपया

15 बच्चों का नामांकन का पुरा पैसा जमा करने के बाद पाॅकेट, पेट्रोल, मोबाइल खर्च वेतन जोड़कर दिया जाएगा।

नोट:- नामांकन का पैसा रोजगार वल्र्ड के खाते में जमा कराने वाले सभी सेन्टर संचालक को 250/- रूपया प्रति सेन्टर बोनस दिया जायेगा और नही जमा कराने वाले सेन्टर संचालक का वेतन से 500/- रू0 काट लिया जायेगा।

पुरस्कार लेने का तरिका

  1.   सबसे ज्यादा सेन्टर खुलवाने वाला
  2.   सबसे ज्यादा दुसरी कला शुरू करने वाला
  3.   सबसे ज्यादा विद्यार्थी वाला सेन्टर
  4.   सबसे ज्यादा वेतन दिलाने वाला
  5.   सबसे ज्यादा पुरस्कार दिलवाने वाला
  6.   सबसे ज्यादा मिटिंग लेने वाला
  7.   सबसे ज्यादा ट्रेनिंग देने वाला
  8.   सबसे ज्यादा बैकिंग सिखाने वाला
  9.   सबसे ज्यादा लक्ष्य पुरा करवाने वाला
  10.   सबसे ज्यादा ट्रेनर /प्लानर बनाने वाला
  11.   सबसे ज्यादा कर्ज दिलाने वाला
  12.   सबसे ज्यादा दिलाने वाला
  13.   सबसे ज्यादा सुपरवाईजरका नामाकन करने वाला
  14.   सबसे ज्यादा रोजगार मित्र नामाकन करने वाला
  15.   सबसे ज्यादा सेन्टर संचालक का नामांकन करने वाला
  16.   सबसे ज्यादा सेन्टर मित्र का नामांकन करने वाला
  17.   सबसे ज्यादा विद्यार्थी का नामांकन करने वाला
  18.   सबसे ज्यादा नामांकन राषि जमा करने वाला
  19.   सबसे ज्यादा दुसरी कला शुरू करने वाला
  20.   सबसे ज्यादा बंद सेन्टर को दुबारा चालु करवाने वाला
  21.   सबसे ज्यादा विद्यार्थी से काम बढ़वाने वाला
  22.   सबसे ज्यादा बकाया बसुलने वाला
  23.   सबसे ज्यादा बैकिंग राषि जमा करने वाला
  24.   सबसे ज्यादा वेतन पर काम दिलवाने वाला

बाईक /स्कुटी लेने का तरीका

  1.  30 सेन्टर खुलवाना (स्वयं)
  2.  30 लोगों को पुरस्कार दिलवाना।
  3.  30 लोगों को वेतन दिलवाना (सुपरईवाईजर/रोजगार) (वेतन का कम से कम 80 प्रतिषत होना अनिवार्य है)
  4.  30 लोगों को ट्रेनर /प्लानर बनाना।
  5.  30 लोगों का लक्ष्य को पुरा करवाने वाले ।
  6.  30 लोगों को रिपोर्ट एवं वेतन बनाना सिखाने वाले को
  7.  एक महिने पूरे टीम से 50 सेन्टर खुलवाने वाले को
  8.  एक महिने पूरे टीम से 50 सेन्टर खुलवाने वाले को
  9.  30 लोगो को कर्ज दिलवाने वाले
  10.  एक महिने में 100 सुपरवाईजर का नामांकन करवाने वाले को
  11.  एक महिने में 100 रोजगार मित्र का नामांकन करवाने वाले को
  12.  एक महिने में 100 सेन्टर संचालक का नामांकन करवाने वाले को
  13.  एक महिने में 100 सेन्टर मित्र का नामांकन करवाने वाले को
  14.  30 सेनटर संचालक को वेतन पर काम दिलवाना (कोर्स खत्म होने के बाद)
  15.  30 बन्द सेन्टर को फिर से दुबारा चालू करवाने वाला
  16.  10 लोगों को बाईक पुरस्कार में दिलवाने वाले को
  17.  10 लोगों को रंगीन टी0वी0 पुरस्कर मे दिलवाने वाले को

पुरस्कार रंगीन टी0 वी0 लेने का तरीका :-

  1.  10 सेन्टर खुलवाने वाला (आधा अधूरा नही)
  2.  सभी सेन्टर संचालक का लक्ष्य के पुरा करवाने वाले
  3.  सभी सेन्टर संचालक को ट्रेनर बनाने वाले को
  4.  10 सेन्टर संचालक को फ्रि सिलाई मशीन दिलवाने वाले को
  5.  10 सुपरवाईजर का लक्ष्य को पुरा करवाने वाले को
  6.  10 सुपरवाईजर को वेतन दिलवाने वाले को
  7.  5 सुपरवाईजर को टी0वी0 दिलवाने वाले को
  8.  10 सुपरवाईजर को ट्रेनर बनाने वाले को
  9.  10 रोजगार मित्र को सिलाई मशीन पुरस्कार दिलवाने वाले को
  10.  5 सेन्टर संचालक एवं 5 रोजगार मित्र को पुरस्कार दिलवाने वाले को

सेन्टर संचालक ट्रेनिंग गाईड लाईन

  1.   पहला महिना 3000/- रू0 15 बच्चों को सीखाने के लिए एवं 5000/- रू0 10 नामांकन या बहाली करने के लिए दिया जाता है। (प्रति नामांकन/बहाली -250/-)
  2.   दुसरा महिना से 5000/- रू0 सुपरवाईजर, रोजगार मित्र एवं सेन्टर संचालक को काम करने का तौर तरीका सीखाना एवं वेतन दिलवाना, पुरस्कार दिलवाना, काम काज समीक्षा करने के लिए दिया जाता है।
  3.   30 तारीख तक रिपोर्ट जमा करने वाले सभी सेेन्टर संचालक, सुपरवाईजर, रोजगार मित्र एवं सेन्टर मित्र को वेतन एवं अन्य सुविधा दी जाएगी।
  4.   संस्था के खाते में विद्यार्थी के नामांकन का पैसा जमा करने के लिए 250/- रू0 अधिक वेतन दिया जाएगा और नही जमा कराने वाले को 500/- रू0 वेतन से काट लिया जाएगा।
  5.   अगर आपके द्वारा काम नहीं बढ़ाया जाता है तो पहला महीना का वेतन देकर हटा दिया जाएगा।
  6.   सेन्टर संचालक को अपने विद्यार्थी का नामांकन का पैसा स्वयं संस्था के खाते मंे जमा कर रसिद कार्यालय में जमा करने के बाद ही सेनटर शुरू किया जायेगा।
  7.   सेन्टर संचालक का काम आॅफिस से सामान लाकर सेन्टर चालु करना।
  8.   नामांकन का पैसा संस्था के खाते में जमा कराने वाले, काम को बढ़ाने वाले एवं बिजनेष ट्रेनिंग देने वाले सेन्टर संचालक को मानदेय दिया जाएगा।
  9.   बहाली या नामांकन का एवं सेन्टर खुलवाने का काम अधुरा रहने पर पुरा करने के बाद ही सेन्टर संचालक को वेतन दिया जाएगा।
  10.   तीसरा वेतन लेने के लिए दुसरी कला का प्रषिक्षण शुरू करवाना अनिवार्य है।
  11.   वेतन लेने के लिए महीने में चार शनिवार बैठक करवाना अनिवार्य है।
  12.   महीना गिनती करने वाले /काम नही बढ़ाने वाले व्यक्ति को वेतन नही दिया जाएगा।
  13.   काम नही बढ़ाने वाले सेन्टर संचालक को हटाकर दुसरे व्यक्ति को सेन्टर चलाने की जिम्मेवारी दिया जाएगा।
  14.   अगर आपके सेन्टर से संस्था को लाभ होगा तो संस्था आपको सभी तरह की सुविधा एवं प्रषिक्षण देती रहेगी अन्यथा सेन्टर को बन्द कर दिया जाएगा।
  15.   संस्था द्वारा दिया गया सभी जिममेवारी एवं जवावदेही पुरी महनत, लगन, ईमानदारी से पूरा करना होगा।
  16.   सेन्टर का सफल संचालन की जिम्मेवारी विद्यार्थी एवं सेन्टर संचालक दोनो व्यक्ति की है।
  17.   दुसरी कला शुरू करने के लिए 10 दिन पहले सूचना देनी होगी ताकि विद्यार्थी को समान मांगने में सुविधा हो।
  18.   दुसरी कला काम बढ़ाने वाली विद्यार्थी को ही सिखाया जाएगा।
  19.   15 दिन तक काम नहीं बढ़ाने वाले विद्यार्थी को सेन्टर से नाम काट कर उसके जगह पर दूसरे विद्यार्थी को सिखाया जाएगा।
  20.   जो विद्यार्थी का बढ़ाने को तैयार है वैसे विद्यार्थी से एक लिखित आवेदन लेने के बाद ही सिखाया जाएगा।
  21.   विद्यार्थी एवं सेन्टर संचालक के द्वारा बढ़ाये गये काम की अलग अलग रिपोर्ट बनाकर देना होगा।
  22.   जल्दी जल्दी कोर्स को खत्म करने एवं प्रति सप्ताह सिखाए गए कटिंग का विवरण सर्विस बुक में अंकित करना अनिवार्य है।
  23.   प्रमाणित करने, फार्म भरने, गेस्ट लिस्ट बनाने के लिए सिखाना।
  24.   फाईन की चर्चा एवं फाईन राषि का विवरण अंकित करना।
  25.   वेतन बनाने की चर्चा, सेन्टर जांच करने की चर्चा।
  26.   किसी भी कारण से कोर्स को बीच मंे अधुरा नहीं छोड़ सकते है।
  27.   संस्था कब-कब, क्या-क्या, कितना-कितना, कैसे कैसे काम करना है यह सब की जानकारी हासिल करना एवं करवाना।
  28.   लाभ एवं सुविधा लेने के लिए कब-कब , क्या-क्या , कितना-कितना कैसे-कैसे काम करना है । यह सब की जानकारी हासिल करना एवं करवाना।
  29.   काम को सिखना होगा काम अगर नहीं सिखेंगे तो संस्था आपको हटा देगा।

वेतन बढ़ने का तरीका

  1.   प्रति क्षेत्रीय ट्रेनिंग 500 रू0 (प्रथम 5 ट्रेनिंग पर 250 रूपया)
  2.   लक्ष्य प्राप्ति 500 रू0 (सुपरवाईजर) 250 रू0 (सेटर संचालक और रोजगार मित्र)
  3.   पुरस्कार बोनस -1000 रू0 (सुपरवाईजर) 500 रू0 (सेन्टर संचालक और रोजगार मित्र)
  4.   बैकिंग टीम जमा राषि 5 प्रतिषत बकाा जमा राषि 7 प्रतिषत (कैष राषि बैकिंग राषि से ज्यादा होने पर यह लाभ नही मिलेगा।
  5.   वेतन और रिपोर्टिंग खर्च 250/- (प्रति व्यक्ति को सिखाने के लिए दिया जाएगा)
  6.   दुसरी कला शुरू कराने का खर्च- 500 रू0
  7.   पेट्रोल खर्च प्रति किलोमिटर 2.5 रू0 (खर्च अलग से होने पर 1.5 रू0 दिया जायेगा।)
  8.   त्यौहार/पर्व बोनस 250/500/1000/1500/2000 (सिर्फ पुरस्कार लेने वालों के लिए )
  9.   प्रति सेन्टर 250 रू0 (10 सेन्टर के बाद)
  10.   प्रति जमा राषि फाईन -250 (तीन दिनों के बाद)
  11.   सेन्टर बंद होने पर फाईन -500 प्रति सेन्टर

काम की प्रक्रिया

  1.   लक्ष्य को पुरा करना एवं करवाना
  2.   बैकिंग के फायदे एवं नुकसान सिखाना।
  3.   ट्रेनिंग देना
  4.   पुरस्कार दिलवाना।
  5.   रिपोर्टिंग एवं वेतन बनाने के लिए सिखना एवं सिखाना।
  6.   काम की समीक्षा करना एवं करवाना।
  7.   ट्रेनर /प्लानर बनाना।
  8.   सेन्टर खुलवाना
  9.   दुसरी कला शुरू करना एवं करवाना।
  10.   बन्द सेन्टर को फिर से दोबारा चालू करना एवं करवाना।
  11.   वेतन पर काम दिलवाना।
  12.   सेन्टर जाॅच करना एवं करवाना।
  13.   विद्यार्थी से काम बढ़वाना।
  14.   मीटिंग करना/करवाना (क्षेत्रीय)
  15.   सेन्टर बैठक करना और करवाना।
  16.   वेतन बढ़वाना/ वृद्धि करना एवं करवाना।
  17.   फाइन वसुलना।
  18.   बकाया वसुलना।
  19.   कर्ज दिलवाना।
  20.   बोनस दिलवाना।
  21.   आॅफिस खुलवाना।